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Aptavani-9 (In Hindi) Part 2

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  • Description
Published by:
Dada Bhagwan
Published:
1/22/2019
Specs:
Standard / 8.25" x 10.75"
284 pages Perfect-bound
Category:
Religion
Tags:
knowledge of self, knowledge of the self, liberation, Moksha, pure soul, Spiritual Awakening, spiritual enlightenment

ज्ञानीपुरुष बताते हैं कि काम-क्रोध-लोभ-मोह-अहंकार और छलकपट ही मोक्ष की राह के कांटे हैं और बंधन के कारण हैं। जब इन समस्त विकारों पर पूर्ण विजय प्राप्त की जाएगी तभी मुक्ति मिलेगी। समस्त विकार, क्रोध-अहंकार-लोभ और कपट में ही समाए हुए हैं परंतु ये विकार व्यावहारिक जीवन में कैसे प्रत्यक्ष होते हैं और सामने आते हैं? यह केवल तभी समझ में आएगा जब कोई ज्ञानीपुरुष इसे समझाएँगे। इस पुस्तक में परम पूज्य दादाश्री ने अत्यंत सुंदर, हृदयग्राही तरीके से मोक्ष मार्ग में आनेवाली बाधाएँ तथा उनके निवारण के बारे में बताया है जिससे आध्यात्मिक साधक इन सबसे ऊपर उठकर मुक्ति प्राप्त कर सकें।

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